Monkey pox वायरस क्या है ?
मंकी पाक्स एक वायरल जूनोसिस (viral zoonosis) बीमारी है
मंकी पाक्स एक वायरल जूनोसिस (viral zoonosis) बीमारी है
मंकी पाक्स वायरस जानवरों जैसे Rodents , monkey, squirrel आदि के जरिए इंसानों में फैलता है।
मंकी पाक्स वायरस जानवरों जैसे Rodents , monkey, squirrel आदि के जरिए इंसानों में फैलता है।
मंकी पाक्स , स्माल पाक्स यानी चेचक से काफी समानता रखता है।
मंकी पाक्स , स्माल पाक्स यानी चेचक से काफी समानता रखता है।
मंकी पाक्स के लक्षण बुखार, सिरदर्द, बदनदर्द, थकान, रेशेज आदि दिखाई देते है
मंकी पाक्स के लक्षण बुखार, सिरदर्द, बदनदर्द, थकान, रेशेज आदि दिखाई देते है
मंकी पाक्स वायरस आर्थोपाक्सवायरस वंश के पाक्सविरिडे परिवार से सम्बंधित वायरस है।
मंकी पाक्स वायरस आर्थोपाक्सवायरस वंश के पाक्सविरिडे परिवार से सम्बंधित वायरस है।
मंकी पाक्स वायरस से मानव संक्रमण का पहला मामला साल 1970 में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में एक 9 वर्षीय लड़के में सामने आया था।
मंकी पाक्स वायरस से मानव संक्रमण का पहला मामला साल 1970 में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में एक 9 वर्षीय लड़के में सामने आया था।
कोई जानवर जो मंकी पाक्स वायरस से ग्रसित है और वह इंसान को काट ले तो ये बीमारी हो सकती है।
कोई जानवर जो मंकी पाक्स वायरस से ग्रसित है और वह इंसान को काट ले तो ये बीमारी हो सकती है।
WHO (World Health Organization)के अनुसार, अभी मंकी पाक्स का कोई ठोस इलाज मौजूद नहीं है।
WHO (World Health Organization)के अनुसार, अभी मंकी पाक्स का कोई ठोस इलाज मौजूद नहीं है।
मंकी पाक्स की रोकथाम के लिए इसके जोखिम कारकों के बारे में लोगों को जागरूक करना और शिक्षित करना जरूरी है
मंकी पाक्स की रोकथाम के लिए इसके जोखिम कारकों के बारे में लोगों को जागरूक करना और शिक्षित करना जरूरी है
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